Thursday, December 17, 2015

Swapandosh Rokne Ke Upay


  1. स्वप्नदोष रोकने के कुछ कारगर उपाय :

  1. खुद को व्यस्त रखें, और अपने विचारों और मन में शुद्धता लाएँ. आपके दिमाग या मन में अश्लील या कामुक बातें नहीं होंगी, तो स्वप्नदोष भी नहीं होगा.
  2. Porn Films न देखें, क्योंकि इससे आपका दिमाग कामुक विचारों से मुक्त नहीं हो पायेगा.
  3. नहाने के लिए ठंडे पानी का उपयोग करें, गर्म पानी से न नहाएँ.
  4. सोने से पहले रात में गर्म दूध न पिएँ.
  5. हफ्ते में 1 बार हस्तमैथुन कर सकते हैं, इससे वीर्य की अधिक होने वाली मात्रा बाहर निकल जाएगी. जिससे स्वप्नदोष नहीं होगा.
  6. सोने से 2-3 घंटा पहले खाना खा लें. और सुपाच्य भोजन हीं करें.
  7. आपकी दिनचर्या ऐसी होनी चाहिए जिससे आपको अश्लीलता के चक्कर में पड़ने का समय हीं न मिले.
  8. हर दिन सूर्योदय से पहले उठें, व्यायाम, योग एवं रोज पूजा करें. धार्मिक चीजों की ओर अपनी रूचि बढ़ाएं.
  9. रात में सोने से पहले पेशाब जरुर करें और रात में पानी कम पिएँ.
  10. रात में सोने से पहले अंडरवियर खोल लें और Lower या किसी अन्य तरह का ढीला कपड़ा पहनकर सोएँ.
  11. सुबह-सुबह खाली पैर घास में Morning Walk करें.
  12. लिंग की नियमित सफाई करें.
  13. स्वपनदोष के मुख्य कारण :
    1. अश्लीन कहानियाँ पढ़ना या Porn Films देखना.
    2. Sex के बारे में बहुत ज्यादा सोचना या स्त्री के कोमल या यौनांगों के बारे में ज्यादा पढ़ना, देखना या सुनना.
    3. वीर्य का ज्यादा दिनों से स्खलित नहीं होना, मतलब वीर्य का Over Stock होना.
  14. अन्य किसी तरह का प्रयोग करने की जरूरत नहीं है. न हीं किसी नीम-हकीम के झांसे में आने की जरूरत है. स्वप्नदोष कोई बीमारी नहीं है,

Vastu Tips For Home in Hindi

  1. पूजा घर उत्तर-पूर्व दिशा अर्थात ईशान कोण में बनाना सबसे अच्छा रहता है. अगर इस दिशा में पूजा घर बनाना सम्भव नहीं हो रहा हो, तो उत्तर दिशा में पूजा घर बनाया जा सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि ईशान कोण सर्वश्रेष्ठ दिशा है.
  2. पूजा घर से सटा हुआ या पूजा घर के ऊपर या नीचे शौचालय नहीं होना चाहिए.
  3. पूजा घर में प्रतिमा स्थापित नहीं करनी चाहिए क्योंकि घर में प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति का ध्यान उस तरह से नहीं रखा जा सकता है जैसा कि रखा जाना चाहिए. अतः छोटी मूर्तियाँ और चित्र हीं पूजा घर में लगाने चाहिए.
  4. सीढ़ी के नीचे पूजा घर नहीं बनाना चाहिए.
  5. फटे हुए चित्र, या खंडित मूर्ति पूजा घर में बिल्कुल नहीं होनी चाहिए.
  6. पूजा घर और रसोई या बेडरूम एक हीं कमरे में नहीं होना चाहिए.
  7. घर के मालिक का कमरा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. अगर इस दिशा में सम्भव न हो, तो उत्तर-पश्चिम दिशा दूसरा सर्वश्रेष्ठ विकल्प है.
  8. गेस्ट रूम उत्तर-पूर्व की ओर होना चाहिए. अगर उत्तर-पूर्व में कमरा बनाना सम्भव न हो, तो उत्तर पश्चिम दिशा दूसरा सर्वश्रेष्ठ विकल्प है.
  9. उत्तर-पूर्व में किसी का भी बेडरूम नहीं होना चाहिए.
  10. रसोई के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे अच्छी होती है.
  11. शौचालय और स्नानघर दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना सर्वश्रेष्ठ है.
  12. घर की सीढ़ी सामने की ओर से नहीं होनी चाहिए, और सीढ़ी ऐसी जगह पर होनी चाहिए कि घर में घूसने वाले व्यक्ति को यह सामने नजर नहीं आनी चाहिए.
  13. सीढ़ी के पायदानों की संख्या विषम 21, 23, 25 इत्यादि होनी चाहिए.
  14. सीढ़ी के नीचे शौचालय, रसोई, स्नानघर, पूजा घर इत्यादि नहीं होने चाहिए. सीढ़ी के नीचे कबाड़ भी नहीं रखना चाहिए.
  15. सीढ़ी के नीचे कुछ उपयोगी सामान रख सकते हैं और सीढ़ी के नीचे रखे हुए सामान सुसज्जित होने चाहिए.
  16. घर का कोई भी रैक खुला नहीं होना चाहिए. उसमें पल्ले जरुर लगाने चाहिए.
  17. घर में कबाड़ नहीं रखना चाहिए.
  18. कमरे की लाइट्स पूर्व या उत्तर दिशा में लगी होनी चाहिए.
  19. घर के ज्यादातर कमरों की खिड़कियाँ और दरवाजे उत्तर या पूर्व दिशा में खुलने चाहिए.
  20. सीढ़ी पश्चिम दिशा में होनी चाहिए.
  21. घर का मुख्य दरवाजा दक्षिणमुखी नहीं होना चाहिए. अगर मजबूरी में दक्षिणमुखी दरवाजा बनाना पड़ गया हो, तो दरवाजे के सामने एक बड़ा सा आईना लगा दें.
  22. घर के प्रवेश द्वार में ऊं या स्वस्तिक बनाएँ या उसकी थोड़ी बड़ी आकृति लगाएँ.
  23. पूजा घर या उत्तर-पूर्व दिशा में जल से भरकर कलश रखें.
  24. शयनकक्ष में भगवान की या धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी तस्वीर नहीं लगानी चाहिए.
  25. ताजमहल एक मकबरा है, इसलिए न तो इसकी तस्वीर घर में लगानी चाहिए. और न हीं इसका कोई शो पीस घर में रखना चाहिए.
  26. जंगली जानवरों के फोटो घर में नहीं रखने चाहिए.
  27. पानी के फुहारे को घर में नहीं लगाना चाहिए. क्योंकि इससे धन नहीं ठहरता है.
  28. नटराज की तस्वीर या मूर्ति घर में नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि इसमें शिवजी ने विकराल रूप लिया हुआ है.
  29. महाभारत का कोई भी चित्र घर में नहीं रखना चाहिए. क्योंकि इससे कलह कभी खत्म नहीं होता है.

Friday, December 11, 2015

स्त्री के स्तनों को टाइट/ संकोचन करना Woman's breasts tight / to shrinkage

1. कटेरी: छोटी कटेरी -बड़ी कटेरी की जड़े, फदूंरी की जड़, अनार का बकला (छाल) और मौलश्री की छाल को पीसकर स्तनों (कुचों) पर लेप करने से कुच कठोर हो जाते हैं।
2. बरगद: बरगद की नई कोमल बरोहें को लाल-लाल पानी में पीसकर स्तनों पर लेप करने से कुच कठोर हो जाते हैं।
3. अनार: अनार की छाल (बकले) लगभग 1 किलो और माजूफल 125 ग्राम को लगभग 2 लीटर पानी में डालकर पकायें जब पानी आधा बच जाये तब इसे छानकर रख लें, फिर इसी में 125 मिलीलीटर तिल्ली का तेल डालकर पकाकर आधा करके स्तनों पर लेप करने से स्तन कठोर होते हैं।
4. गिजाई: गिजाई, नमक और मुल्तानी मिट्टी को मिलाकर डालकर रख दें, फिर इसी मिट्टी को कुचों (स्तनों) के ऊपर से लेप करने से स्तन कठोर होते हैं।
5. मोचरस: मोचरस को पानी में मिलाकर कुचों (स्तनों) पर लगाने से कुच सख्त होते जाते हैं।
6. धतूरा: धतूरे के पत्तों पर एरण्ड का तेल गर्म-गर्म करके स्तनों के दर्द वाले भाग पर बांधने से दर्द कम होता है और स्तन कठोर हो जाते हैं।
7. लहसुन: स्तनों का ढीलापन दूर करने के लिए नियमित रूप से लहसुन की 4 कली खाते रहने से स्तन उभरकर तन जाते हैं।
8. छुई-मुई: छुई-मुई और असगंधा की जड़ को पीसकर लेप बना लें और स्तनों पर लगायें। इससे स्तनों का ढीलापन खत्म होकर कठोर और मोटे होते हैं।
9. बबूल: बबूल की फलियों के चेंप से किसी कपड़े को गीला करके, सुखा लें। इस कपड़े को बांधने से ढीले स्तन कठोर हो जाते हैं।
सावधानी:
ध्यान रहें कि इसका प्रयोग बच्चे वाली माता को नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दूध के सूखने का डर रहता है।
1. Kateri: Little Kateri Kateri-large root, root Fdunri, pomegranate Bkla (bark) and ground bark of Mulsri breasts (Kuchon) marched on the coat becomes rigid.
2. Banyan: Banyan's new soft Brohen Grind the red water and apply it on the breasts marched become stiff.
3. Pomegranate: pomegranate bark (Buckley), approximately 1 kg and 125 grams of nut cook it in about 2 liters of water should then filter it and keep the water away half, then half cooked, add the oil in 125 ml of spleen on the breasts The breasts are hard to apply.
4. gijai: gijai, add salt and put together Multani clay, then the clay Kuchon (breasts) and apply it to the top of the breast are harsh.
5. Mocrs: Mocrs mixed water Kuchon (breasts) are put on strict are marched.
6. Datura: hare leaves of castor oil hot and breast pain and breast pain by tying on the part becomes rigid.
7. Garlic: breasts to sag off 4 bud Eating garlic regularly tan breasts are emerging.
8. Mimosa: Mimosa and Asgandha Make a paste by grinding the roots and apply on the breasts. It ended the breasts sag and are hard and thick.
9. Acacia: Acacia beans Chenp any clothes wet, dry. The fabric from tying up loose breasts become stiff.
Caution:
Note that the mother of the child should not use it because it is afraid of drying of milk.

Monday, December 7, 2015

नपुंसकता (Impotence)

Impotence
नपुंसकता का उपचार (Impotence Treatment)
1. अफीम
सफेद संखिया तथा शुद्ध अफीम- इन दोनों को 15-15 ग्राम की मात्रा में लेकर 5 लीटर गाय के दूध के अंदर अच्छी तरह से मिलाकर इसके अंदर दही का जामन देकर इसे जमाने के लिए रख दें। सुबह होने के पश्चात इस दही को अच्छी तरह से बिलोकर इसका मक्खन निकाल लें।
इसके बाद इस निकाले हुए शुद्ध घी को एक चावल के दाने के बराबर लेकर पान के साथ खाने से तथा लिंग के अग्र भाग (टोपी) को छोड़कर लिंग पर लगाने से नपुंसकता समाप्त हो जाती है।
2. पीपल की छालः-
पीपल की छाल, जड़ व कोपलें तथा फल- इन चारों को आधा लीटर गाय के दूध में अच्छी तरह से पका कर इस दूध को छान लें। इसके बाद इस दूध में 25 ग्राम देशी खांड या पीसी हुई मिश्री तथा 15 ग्राम शुद्ध शहद को मिलाकर लगभग 3 से 4 महिनों तक इस दूध को रोगी को पिलाए, इस दूध को पीने से सेक्स करने की ताकत बहुत अधिक बढ़ जाती है और लिंग के होने वाले अन्य रोग भी समाप्त हो जाएंगे।
3. सफेद प्याजः-
सफेद प्याज के 10 ग्राम रस को 5 ग्राम शुद्ध शहद के अंदर मिलाकर सुबह और शाम दोनों समय रोजाना खाते रहने से रक्त के दोष के कारण उत्पन्न नपुंसकता समाप्त हो जाती है।
4. मुलहटीः-
मुलहटी के चूर्ण के अंदर शुद्ध घी और शहद को समान मात्रा में मिलाकर खाने से और उसके ऊपर से चीनी मिला हुआ मीठा दूध पीने से शुक्राणुओं की कमी से आई नपुंसकता खत्म हो जाती है।
5. जायफलः-
जायफल, केशर और जावित्री- इन तीनों को 1 से 2 ग्राम की मात्रा में लेकर 15 ग्राम मीठे बादाम के तेल में खूब बारीक कूट-पीसकर लिंग पर लेप करने से तथा पान में रखकर खाने से अप्राकृतिक ढ़ग से किया हुआ मैथुन से पैदा हुई नपुंसकता समाप्त हो जाती है। लिंग के अंदर बहुत ही अधिक ताकत आती है।
अगर पुरुष के अंदर नपुंसकता मानसिक है और उसके अंदर शारीरिक रूप से किसी भी तरह की कोई कमी के न होते हुए भी उस पुरुष को यह हीन भावना आ जाती है कि वह यह सोचता है कि मैं कोई काम कर काम कर पाऊंगा या नहीं, या किसी तरह का कोई डर, मन के अंदर किसी प्रकार का कोई संकोच, अकेले रहने की कमी, अपने मित्रों के साथ सम्मान या नफरत के देखना, सेक्स के प्रति कमजोरी होने से लिंग (शिश्न) में किसी भी तरह की कोई उत्तेजना न होना। लिंग के अंदर पूर्ण रूप से तनाव न हो पाने के कारण कई बार पुरुष अपने आप को सेक्स करने के काबिल नहीं समझता है। अगर उसके ये विकार (कारण) समाप्त कर दिए जाए तो उसे सेक्स क्रिया करने में रुचि अपने आप ही पैदा हो जाएगी तथा अगर नपुंसकता के रोग को अपने जीवन साथी का साथ मिल जाए, आंनद्दित वातावरण और संभोग क्रिया करने में सफल होने का पक्का विश्वास उत्पन्न हो जाए तो वह पुरुष सेक्स करने में सफल हो जाएगा।
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To make a successful sex life is the most simple means. Having sexual relations with a woman married to a much more powerful and enjoyable are able to make love. But at times it is also their success in life due to lack of ability to enjoy sex do not get. Many men fail at once due to the sex considered themselves so they lose their composure and their fear of impotence in mind restless and badly and are filled with stress.
Inside medical impotence can also call Inpotensi. This disease of the mind in the person maintaining the wrong idea about sex because my wife can not fully satisfied. At this time, most young men are suffering from diseases like Inpotensi. The second type can be called impotence impotence infertility ie. The man inside the female orgasm satisfied by doing so will give them but the amount of sperm in the semen of men who are less so or not at all because they can not produce offspring, or they failed to produce offspring live.
Impotence treatment (Impotence Treatment)
1. Opium
White arsenic and 15-15 grams of pure Afim- both inside the 5 liters of cow's milk in the yogurt and mix well with the sourdough and leave it for days. After morning the yogurt well Bilokr remove the butter.
Then I brought the equivalent of a grain of rice with ghee in a pan with the food and the front of the penis (cap) ends except impotence and apply on the penis.
2. People's Chhalः-
People, bark, roots and seedlings and fruit, all four half-liter of cow's milk, the milk Sieve well cooked. Then the milk has 25 grams of sugar and 15 grams of native clause or PC about 3 to 4 months of pure honey to the patient to drink this milk, the milk drinking too much increases the strength of sex and gender Other diseases also will be eliminated.
3. White Pyajः-
10 g of white onion juice mixed with 5 grams of pure honey in the morning and evening to eat two times a day due to a defect in the blood ends impotence.
4. Mulhtiः-
Mulhti powder inside the ghee and honey mixed in equal amounts by eating the sweet milk and sugar over his lack of sperm came from impotence ends.
5. Jayflः-
Nutmeg, saffron and three Javitri- 1 to 2 grams to 15 grams, sweet almond oil and apply it on the hair fine pseudo-ground of sex and put in pan and proper eating unnatural sex arose from the impotence ends. Inside there is a very high strength of the penis.
Inside the male impotence is psychological and the physical constraints of any kind was not much that no man comes to the inferiority complex that he thinks that I will be able to work or not to work, or no fear of any kind, in any way hesitate in mind, let alone the lack of respect with your friends or see hate, sexual weakness and penis (penis) should not affect in any way. Inside the penis could not be completed due to the stress many times considers man incapable of yourself having sex. If the disorder (due) to the end, it will cause its own interest in sex action and the impotence of the disease with their spouses find Aannddit environment and confidence to be successful in sexual activity Once generated, it will be successful in the male sex.

Sunday, December 6, 2015

सेक्स के बाद थकान क्यों महसूस करते हैं पुरुष

1 सेक्‍स के बाद थकान

सेक्‍स संबंध को सबसे अच्‍छा व्‍यायाम माना जाता है, लेकिन अक्‍सर पुरुष सेक्‍स संबंध बनाने के बाद थक जाते हैं, कुछ तो सेक्‍स के बाद सोना पसंद करते हैं। वर्तमान में तनाव और वयस्‍त दिनचर्या भी इसके लिए बहुत जिम्‍मेदार है। आगे के स्‍लाइडशो में जानिए सेक्‍स संबंध बनाने के बाद पुरुष थकान क्‍यों महसूस करते हैं।

2 हार्मोन भी है जिम्‍मेदार

सेक्‍स के बाद पुरूषों को थकान होना या सो जाने के पीछे भी वैज्ञानिक कारण है। यौन संबंध के बाद पुरुषों में होने वाले ऑक्सिटोसिन हॉर्मोन के स्राव और प्रोलेक्टिन के स्राव के कारण भी ऐसा होता है। सेक्स के दौरान पुरुषों के शरीर में ऑक्सिटोसिन हार्मोन का स्राव बढ़ जाता है जो आराम का अनुभव कराता है। इसके कारण ही पुरूषों को सेक्‍स के बाद नींद भी आती है।

3 सेक्‍स संबंध के बाद

पुरुष सेक्‍स संबध की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद थकान का अनुभव करते हैं, जबकि महिलायें आर्गेज्‍म के बाद भी पुरूषों का प्‍यार चाहती हैं लेकिन ज्‍यादातर पुरूष उसे नहीं समझ पाते और चरमसीमा पर पहुंचकर सो जाते हैं।

4 अधिक कैलोरी समाप्‍त होना

सेक्‍स संबंध बनाने के दौरान महिलाओं की तुलना में पुरूषों कैलोरी ज्‍यादा खर्च होती हैं, जिससे उनके अंदर थकान बढ़ जाती है और उन्‍हें सोना अधिक पसंद आता है।

5 तनाव दूर होता है

वैसे ये भी माना ही जाता है कि सेक्‍स अच्‍छी नींद के लिए बहुत अच्‍छा है। इससे नींद बहुत अच्‍छी आती है। यौन संबंध से थकान और तनाव भी दूर होता है। जिसके कारण पुरुष सोना पसंद करते हैं।

6 नींद आना अच्‍छी बात

सेक्‍स संबंध के दौरान चरम सीम तक पहुंचने के बाद मनुष्‍य के शरीर में होने वाले हार्मोन के स्राव अच्‍छे संकेत हैं, इसका मतलब यह भी है कि आपको सेक्‍स संबंधित कोई बीमारी नहीं। इसलिए सेक्‍स संबंध के बाद थकान और नींद को गलत नजरिये से नहीं देखना चाहिए।

Tuesday, December 1, 2015

आलू के बारे मे


भारत और विश्व में आलू विख्यात है और अधिक उपजाया जाता है. यह अन्य सब्जियों के मुकाबले सस्ता मिलता लेकिन गुणों से भरपूर . आलू से मोटापा नहीं बढ़ता. आलू को तलकर तीखे मसाले, घी आदि लगाकर खाने से जो चिकनाई पेट में जाती है, वह चिकनाई मोटापा बढ़ाती है. आलू को उबालकर अथवा गर्म रेत या राख में भूनकर खाना लाभदायक और निरापद है.
आलू में विटामिन बहुत होता है. आलू को छिलके सहित गरम राख में भूनकर खाना सबसे अधिक गुणकारी है. इसको छिलके सहित पानी में उबालें और गल जाने पर खाएं। इसको मीठे दूध में भी मिलाकर पिला सकते हैं.
आलुओं में प्रोटीन होता है, सूखे आलू में 8.5 प्रतिशत प्रोटीन होता है. आलू का प्रोटीन बूढ़ों के लिए बहुत ही शक्ति देने वाला और बुढ़ापे की कमजोरी दूर करने वाला होता है.
आलू में कैल्शियम, लोहा, विटामिन-बी तथा फास्फोरस बहुतायत में होता है. आलू खाते रहने से रक्त वाहिनियां बड़ी आयु तक लचकदार बनी रहती हैं तथा कठोर नहीं होने पातीं.
यदि दो-तीन आलू उबालकर छिलके सहित थोड़े से दही के साथ खा लिए जाएं तो ये एक संपूर्ण आहार का काम करते हैं.
आलू के छिलके ज्यादातर फेंक दिए जाते हैं, जबकि अच्छी तरफ साफ़ किये छिलके सहित आलू खाने से ज्यादा शक्ति मिलती है. जिस पानी में आलू उबाले गए हों, वह पानी न फेंकें, बल्कि इसी पानी से आलुओं का रस बना लें. इस पानी में मिनरल और विटामिन बहुत होते हैं.
आलू पीसकर, दबाकर, रस निकालकर एक चम्मच की एक खुराक के हिसाब से चार बार नित्य पिएं, बच्चों को भी पिलाएं, ये कई बीमारियों से बचाता है. कच्चे आलू को चबाकर रस को निगलने से भी बहुत लाभ मिलता है.
कुछ अन्य:
- कभी-कभी चोट लगने पर नील पड़ जाती है। नील पड़ी जगह पर कच्चा आलू पीसकर लगाएँ.
- शरीर पर कहीं जल गया हो, तेज धूप से त्वचा झुलस गई हो, त्वचा पर झुर्रियां हों या कोई त्वचा रोग हो तो कच्चे आलू का रस निकालकर लगाने से फायदा होता है।.
-भुना हुआ आलू पुरानी कब्ज और अंतड़ियों की सड़ांध दूर करता है. आलू में पोटेशियम साल्ट होता है जो अम्लपित्त को रोकता है.
-चार आलू सेंक लें और फिर उनका छिलका उतार कर नमक, मिर्च डालकर नित्य खाएं। इससे गठिया ठीक हो जाता है.
-गुर्दे की पथरी में केवल आलू खाते रहने पर बहुत लाभ होता है. पथरी के रोगी को केवल आलू खिलाकर और बार-बार अधिक पानी पिलाते रहने से गुर्दे की पथरियाँ और रेत आसानी से निकल जाती हैं.
-उच्च रक्तचाप के रोगी भी आलू खाएँ तो रक्तचाप को सामान्य बनाने में लाभ करता है.
-आलू को पीसकर त्वचा पर मलें। रंग गोरा हो जाएगा.
- कच्चा आलू पत्थर पर घिसकर सुबह-शाम काजल की तरह लगाने से 5 से 6 वर्ष पुराना जाला और 4 वर्ष तक का फूला 3 मास में साफ हो जाता है.