Tuesday, November 24, 2015

वीर्य में शुक्राणुओं की कमी Lack of sperm in the semen

बच्चा पैदा करने के लिए सिर्फ एक बलशाली शुक्राणु की जरूरत होती है, जो स्त्री के अंडाणु से संयोग कर गर्भ में परिवर्तित होता है। वीर्य में शुक्राणुओं की कमी होने या शुक्राणु कमजोर होने पर बच्चे पैदा करने में परेशानी होती है।
चिकित्सा
शुक्राणुओं को बढ़ाने व उन्हें बलशाली बनाने के लिए इस प्रकार का प्रयोग करें- इसके लिए शतावरी, गोखरू, बड़ा बीजबंद, बंशलोचन, कबाब चीनी, कौंच के छिलकारहित बीज, सेमल की छाल, सफेद मुसली, काली मुसली, सालम मिश्री, कमल गट्टा, विदारीकंद, असगन्ध सब 50-50 ग्राम और शक्कर 300 ग्राम, सभी द्रव्यों को अलग-अलग कूट-पीसकर कपड़छान कर लें।
शक्कर को भी पीसकर महीन कर लें और सभी को मिला लें व तीन बार छान लें, ताकि एक जान हो जाएं। सुबह-शाम एक-एक चम्मच चूर्ण मीठे दूध के साथ 60 दिन तक सेवन करें और इसके बाद वीर्य की जाँच करवाकर देख लें कि शुक्राणुओं में क्या वृद्धि हुई है।
पर्याप्त परिणाम न मिलने तक प्रयोग जारी रखें। यह नुस्खा शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, नपुंसकता आदि बीमारियों में भी लाभ करता है।

स्त्री को संतुष्ट करना TO DISCHARGE FEMALE

परिचय:
कभी-कभी स्त्री और पुरुष संभोगक्रिया के दौरान प्राकृतिक रूप से स्खलित हो जाते हैं। परंतु कभी-कभी पुरुष संभोग के दौरान पुरुष का वीर्य निकल जाता हैं पर स्त्री की कामोत्तेजना (कामाग्नि) शेष रह जाती हैं जिसके कारण पति और पत्नी के दाम्पत्य जीवन में चिड़चिड़ापन आ जाता है। ऐसी स्थिति में पुरुष और अधिक देर तक संभोगक्रिया कर सके और स्त्री को स्खलित या द्रवित कर पाये इसे ही स्त्री को द्रवित करना या संतुष्ट करना कहते हैं।
चिकित्सा :
गन्धक
गन्धक को अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को शहद में मिलाकर लिंग के अगले भाग को छोड़कर बाकी के भाग पर लेप करने के थोड़ी देर बाद संभोग करने से संभोग में लाभ मिलता है।
फिटकरी
फिटकरी को पुरुष अपनी कमर पर बांधकर सहवास (संभोग) करें तो वीर्य जल्दी नहीं निकलता है।
पान
पान में थोड़ी-सी मात्रा में सुहागा मिलाकर स्त्री को खिलाने के थोड़ी देर बाद सहवास (संभोग) करने से स्त्री पहले स्खलित हो जाती है।
कपूर
कपूर को लगभग 1 ग्राम का चौथाई भाग की मात्रा में स्त्री को प्रतिदिन खिलाने से स्त्री की कामोत्तेजना कम हो जाती है।
मेढ़क की हड्डी
मेढ़क की हड्डी को कमर पर बांधकर संभोग करने से पुरुष का वीर्य का जल्दी निकलना बंद हो जाता हैं। माना जाता है कि जब तक इसे कमर से उतारा न जाये तब तक वीर्य स्खलित नहीं होता है।